- जहां बसता था 150 -200 लोगों का परिवार, आज वो जगह है श्मशान
- आशियाने की आस लगाए बैठे हैं लोग, 6 दिनों से कम्युनिटी हॉल में रहने को हैं मजबूर
" नार्थ कोलकाता के बारे में थोड़ी जानकारी देते हुए अब हम उस अग्निकांड के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसने 150 -200 लोगों के भविष्य को अंधकार में डाल दिया है। यहाँ हम आपको कोलकाता पुलिस के अंतर्गत जोड़ाबागान थाना के नीमतल्ला स्ट्रीट के निकट मकान में भीषण अग्निकांड के बाद लोगों की हालत के बारे में बताने जा रहे हैं। 10 सितम्बर को लगी इस भीषण अग्निकांड ने 150 -200 लोगों के आशियाने को छीन लिया हैं। घटना के 6 दिन बाद भी इन लोगों को ये पता नहीं चल रहा है , आखिर उन्हें उनका आशियाना कब मिलेगा ? हालांकि , इससे पहले ये जानने की कोशिश की जा रही है आखिर आग लगी थी कैसे ? किसकी लापरवाही ने सैंकड़ों लोगों की जिंदगी को यूँ बर्बाद कर दिया ? "
pics of fire in nimtalla street, kolkata
KOLKATA FIRE: नार्थ कोलकाता यानी पुराना कोलकाता , जहां दिखती हैं बंगाली सभ्यता और संस्कृति की झलक। बहुत चर्चित भगवान शंकर का मंदिर भूतनाथ भी इसी नार्थ कोलकाता में स्थित है। भूतनाथ श्मशान भी किसी स्वर्ग द्वार से कम नहीं है।
मृत्यु के बाद इस जगह पर अंतिम संस्कार होना मृत आत्मा को मुक्ति मिलने के समान माना जाता है। नार्थ कोलकाता के बारे में थोड़ी जानकारी देते हुए अब हम उस अग्निकांड के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसने 150 -200 लोगों के भविष्य को अंधकार में डाल दिया है।
यहाँ हम आपको कोलकाता पुलिस के अंतर्गत जोड़ाबागान थाना के नीमतल्ला स्ट्रीट के निकट मकान में भीषण अग्निकांड के बाद लोगों की हालत के बारे में बताने जा रहे हैं। 10 सितम्बर को लगी इस भीषण अग्निकांड ने 150 -200 लोगों के आशियाने को छीन लिया हैं।
घटना के 6 दिन बाद भी इन लोगों को ये पता नहीं चल रहा है , आखिर उन्हें उनका आशियाना कब मिलेगा ? हालांकि , इससे पहले ये जानने की कोशिश की जा रही है आखिर आग लगी थी कैसे ? किसकी लापरवाही ने सैंकड़ों लोगों की जिंदगी को यूँ बर्बाद कर दिया ?
स्थानीय लोगों के अनुसार आग लगने के कारण को लेकर अभी तक स्पष्ट कुछ नहीं बताया गया है। पुलिस की माने तो फॉरेंसिक एक्सपर्ट की रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है। वहीँ स्थानीय लोगों में से कुछ का कहना है आग गैस सिलिंडर के लीक होने से लगी है तो किसी का कहना है आग दीये से लगी है।
इस मामले एक बात और गौर करने वाली है , यहाँ उस जगह पर क्षति कम हुई है जहां से आग की शुरुआत हुई थी। बल्कि आग ने पास के ही एक मकान को अपना ग्रास बना लिया और जलाकर पूरी तरह राख कर दिया।
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smoke release from the house |
बना रहा था वीडियो, तभी भड़की आग और जुटा आशियाने से सामान बचाने में
अग्निकांड में जिस दूसरे मकान को आग ने अपनी चपेट में लिया है, उस मकान में रहने वाले और पेशे से अकाउंटेंट नव नाथ मिश्रा ने अग्निकांड के दिन होने वाली घटना को लेकर कुछ जानकारी साँझा की है। नव नाथ मिश्रा ने बताया, 10 सितम्बर की सुबह 7.45 बजे हमारे मकान के पिछले हिस्से में स्थित मकान में आग लगी थी।
वहां पिछले हिस्से में स्थित घर से से धुआँ निकल रहा था। धुआँ देखकर पहले मैंने आग की वीडियो बनानी शुरू की लेकिन जब आग की लपटें बढ़ने लगी तब मुझे अपने घर तक आग फैलने का अंदेशा हुआ। दरअसल, शुरुआत में लगा था कि पास में ही फायर स्टेशन है और आग की सूचना दी जा चुकी है जिससे जल्द ही आग पर काबू पा लिया जायेगा।
मगर असल में ऐसा नहीं हुआ। दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची लेकिन जहां पर आग लगी वो उसी तरफ से आग बुझाने में लगे थे जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया और हमारे मकान की तरफ आग बढ़ने लगी। आग को देखकर मैंने सभी को अलर्ट किया ।
पहली बार में जिन 3 -4 घरों में गैस सिलिंडर था उसे पहले निकाला गया। इसके बाद दूसरी बार जाकर कुछ जरुरी दस्तावेज थे उसे निकाला गया मगर तीसरी बार मौका ही नहीं मिला और मकान में आग फ़ैल गयी। नवनाथ ने बताया , मकान में 28 कमरें थे जो पूरी तरह जलकर राख हो गए।
यहाँ परिवार के साथ ही मजदूर भी रहते थे। इस घटना में लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गयी है। घटना के बाद अभी यहाँ सिर्फ खाली मैदान है।
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situation after fire |
पिछले 6 दिनों से अस्थायी ठिकाने में रहने के लिए है बाध्य
नव नाथ मिश्रा सहित इस मकान में रहने वाले 150 - 200 लोग भी बेघर हो गए हैं। दरअसल , जहां से आग लगी थी उस मकान की दो से तीन कमरे ही आग में नष्ट हुए हैं जबकि इस मकान की सभी कमरे जलकर राख हो गए हैं।
इसका एक कारण ये भी है, ग्राउंड फ्लोर सहित पहली मंजिल के इस मकान का पहला तल्ला पूरा तरह लकड़ी का बना था जिससे आग तेजी से फ़ैल गयी थी। घटना के बाद इन सभी को पास के ही एक अस्थायी डेरे यानी एक कम्युनिटी हॉल में रखा गया है।
स्थानीय विधायक डॉ शशि पांजा ने भी लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया हैं। बेघरों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था इस कम्युनिटी हॉल में उन्होंने ही करवाई है। हालाँकि अभी तक नव नाथ सहित इन 150 -200 लोगों को पता नहीं है कि उन्हें अपना आशियाना कब मिलेगा ?
Very nice
ReplyDeleteVery good babita
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